Thursday, December 21, 2017

उन्माद और आतंक की तस्वीर

चित्र-१ : देश की राजधानी में स्थित जैतपुर इलाके में एक शादीशुदा युवक सत्रह वर्षीय हिन्दु लडकी को बहला-फुसलाकर भगा ले गया। धर्म जागरण और हिन्दू मंच आदि संगठन फौरन सक्रिय हो गये। उन्होंने पुलिस से कडी कार्रवाई किए जाने की मांग की। ढिलायी बरते जाने पर तीव्र आंदोलन चलाने की धमकी दी। युवक बिहार के मधुबनी जिले का रहने वाला है। हिन्दू मंच का कहना है कि हिन्दू लडकी को शादीशुदा युवक सोची समझी साजिश के तहत लेकर भागा है। यह मामला सीधे-सीधे 'लव जिहाद' का है। यह पहला मामला नहीं है। ऐसे अनेक मामले हैं जिनमें हिन्दू नाबालिग लडकियों को मुस्लिम युवक फुसलाकर अपने साथ लेकर फरार हो गए। उनमें से अधिकांश लडकियां आज भी अपने घर नहीं लौटी हैं।
चित्र - २ : छह दिसंबर २०१७ को राजस्थान के राजसमंद जिले में पश्चिम बंगाल निवासी अफराजुल की हत्या कर शव जला दिया गया। हत्यारे शंभूलाल रैगर ने घटना का विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जिसमें वह लव जिहाद के खिलाफ बयानबाजी करता नजर आया। शंभूलाल के द्वारा की गई इस खौफनाक हत्या और लाइव वीडियो ने सजग देशवासियों को हिलाकर रख दिया। अभी तक ऐसे दिल दहलाने वाले वीडियो आईएसआईएसआई के आतंकवादी जिहाद के नाम पर दहशत फैलाने के लिए विदेशी सैनिकों के निर्दयता से सिर कलम का प्रसारित करते रहते हैं। अपनी तथाकथित बहन को पश्चिम बंगाल भगाकर ले जाने वाले किसी मुस्लिम की करतूत का बदला लेने के लिए शंभूलाल ने बडे ही भयावह तरीके से निर्दोष अफराजुल को मौत के घाट उतार दिया जिससे उसकी कोई दुश्मनी ही नहीं थी! अफराजुल का मुसलमान होना ही उसकी मौत का कारण बन गया। पश्चिम बंगाल के मालदा का निवासी अफराजुल घर बनाने के छोटे-मोटे ठेके लेता था। ६ दिसंबर को शंभूलाल उसे अपने मकान बनवाने की बात कहकर अपने साथ खेत में ले गया। शंभूलाल की तेरह वर्षीय भांजी और चौदह वर्षीय भांजा भी उसके साथ थे। शंभूलाल ने पहले से ही अपने भांजे को समझा दिया था कि उसे किस तरह से एंड्राइड मोबाइल से वीडियो रिकार्डिंग करनी है। शंभूलाल ने गजब की फूर्ती दिखाते हुए जैसे ही अफराजुल की पीठ पर गैंती का जोरदार वार किया तो वह जमीन पर गिर पडा। भांजे ने धडाधड वीडियो रिकार्डिंग करनी शुरू कर दी। एकाएक हुए हमले ने अफराजुल को शक्तिहीन कर दिया। शंभूलाल जमीन पर धराशायी हो चुके अफराजुल पर लगातार वार पर वार करता रहा। अफराजुल हाथ जोडकर बस यही पूछता रहा कि आखिर उसका कसूर क्या है? मुझे मारकर तुम्हें क्या मिलेगा? खूंखार जानवर बने शंभूलाल का उसके अंग-अंग को छलनी कर उसका खात्मा करने के बाद भी दिल नहीं भरा। उसने अफराजुल की लाश पर पेट्रोल छिडकर आग लगा दी। इस बीच उसने वीडियो कैमरे के सामने आकर बेखौफ होकर ऐलानिया स्वर में कहा कि उसने अपनी बहन का बदला ले लिया है। इन लोगों ने हमारी हिन्दू-बहनों को 'लव जिहाद' के नाम पर भगाकर शादी की है। इस खौफनाक हत्यारे ने इस हत्या का संपूर्ण लाइव वीडियो भी वायरल कर दिया जिसे देश और दुनिया के करोडों लोगों ने देखा। पुलिस जांच में यह सच्चाई सामने आई कि शंभूलाल नशेडी होने के साथ-साथ भडकाऊ वीडियो देखने का आदी रहा है। पिछले दो साल से वह बेरोजगार था और लाखों के कर्ज तले दबा था। उसकी पत्नी ही घर चला रही थी। लव जिहाद की कहानियां, राजनीति और धर्म के व्यापारियों के भडकाऊ भाषण सुन-सुनकर उसके मन में सभी मुसलमानो के प्रति गुस्से और घृणा ने डेरा जमा लिया था। उसके करीबियों का कहना है कि वह ज्यादा पढा-लिखा नहीं है। वे तो उस वीडियो को देखकर हैरान हैं जिसमें वह लव जिहाद, कश्मीर में धारा ३७०, सेना पर पत्थर बाजी, सैनिकों के सिर काटकर ले जाने, आरक्षण के नाम पर हिंदूओं को बांटने आदि की बडी-बडी बातें कहता नजर आया। उसकी मां को तो यकीन नहीं कि उसका बेटा किसी की हत्या कर सकता है। मां कहती है मैं उसे बचपन से जानती हूं। उसमें तो चींटी को मारने की हिम्मत तक नहीं। स्कूल में जब उसे साथी मारते थे तो वह रोते हुए घर आता था। जिसने कभी किसी को थप्पड मारने की हिम्मत नहीं की वह ऐसी निर्मम हत्या कैसे कर सकता है?
चित्र-३ : पश्चिम बंगाल के अफराजुल की हत्या के आरोपी शंभूलाल के समर्थन में हिन्दूवादी संगठन खुलकर सामने आ गये। उन्होंने रैली निकालकर प्रदर्शन किए। प्रशासन ने उन्हें रोका तो वे लव जिहाद और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी कर शंभूलाल को नायक दर्शा उसकी देशभक्ति और महानता का बखान करने लगे। सबसे चौंकाने वाला सच तो यह है कि गुजरात, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश के साथ-साथ राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के पांच सौ से अधिक लोगों ने शंभूलाल की पत्नी के खाते में लाखों का चंदा जमा करवा दिया। बैंक में जमा होने वाली अधिकांश रकम इंटरनेट बैंकिंग से जमा हुई। कई लोग शंभूलाल के घर भी आर्थिक मदद देने पहुंचे। कुछ लोग ऐसे भी सामने आये जिन्होंने शंभूलाल के बच्चों की परवरिश करने का आश्वासन दिया। शंभूलाल को देशभक्त कहकर धार्मिक उन्माद फैलाने वालों की भीड ने जलती आग में घी डालने का भरपूर प्रयास किया। ऐसा लगता है कि उन्मादी तत्व पूरे समाज को अपने रंग में रंगना चाहते हैं। उन्हें पुलिस का कोई भय नहीं। उन्हें न्याय पालिका पर भी न तो भरोसा है और न ही उसका खौफ। समाज के अधिकांश प्रतिष्ठित चेहरे भी गलत को गलत कहने का साहस नहीं कर पा रहे हैं!

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