Thursday, June 13, 2019

क्या कहती हैं ये खबरें?

नेताओं को हिन्दुस्तान की अधिकांश जनता बहुत मान-सम्मान देती है। ब‹डी उम्मीदों और गर्व के साथ उन्हें विधायक और सांसद बनाती है, लेकिन जब यही जनप्रतिनिधि इंसानियत को अपमानित और शर्मिंदा करने वाली हरकतें करते हैं तो जनता की निगाह में उनकी कीमत दो कौडी की भी नहीं रह जाती। ऐसा तो हो नहीं सकता कि वे इस सच से वाकिफ न हों। कुछ नेता आखिर बार-बार ऐसी हरकतें क्यों करते हैं, जिनकी वजह से उन्हें लोगों की निगाहों से गिरना पडता है। देशवासी तो यह मानकर चलते हैं कि उनके नेता, विधायक, मंत्री चरित्रवान हैं। उनका आचरण पारदर्शी है, लेकिन सच तो यह है कि देश के कुछ नेता तो हद दर्जे के गिरे हुए इन्सान हैं। मतदाता उन्हें अपना कीमती वोट देकर शर्मिंदा हैं। वे अक्सर ऐसी-ऐसी घटिया हरकतें करते रहते हैं, जिनसे साधू नहीं, शैतान, राम नहीं, रावण बनने की प्रेरणा मिलती है। चरित्रहीनता तो गुंडे बदमाशों की निशानी है। उनके इसी दुर्गुण के चलते लोग उन्हें आसानी से पहचान लेते है।
गुजरात के एक विधायक ने एक महिला को लात-घूसों से पीटने की दरिंदगी दिखाकर देशवासियों के खून को खौला दिया। अहमदाबाद शहर में नरोदा से भाजपा विधायक बलराम थवानी में यह हैवानियत तब जागी जब वह महिला उनके पास पानी की व्यवस्था करने की गुहार लगाने के लिए आई थी। विधायक महोदय महिला को देखते ही गुस्से से आग बबूला हो गये। एक महिला का इतना साहस कि उनके घर में आकर उनके दरबारियों के सामने पानी की मांग करे। जहां पर अच्छे-अच्छे उनके सामने खडे होने की हिम्मत नहीं करते, बस हाथ बांधे ख‹डे रहते हैं वहां पर एक अदनी-सी नारी ऐसे मुंह खोलने का साहस दिखाए जैसे नेतागिरी करने की ठान कर आई हो! यह तो सरासर उनकी विधायकी का अपमान है। खुद को सर्वशक्तिमान समझने वाले अहंकारी विधायक ने कल्पना ही नहीं की थी कि महिला को पीटना उन्हें बहुत भारी पड जाएगा। लोग उनपर थू...थू करने लगेंगे। उन्होंने अपने बचाव में तरह-तरह की बातें कीं और सफाई दी। महिला से हाथ जोड कर माफी भी मांगी, लेकिन उनका अफसोस जताना और गिडगिडाना असरहीन रहा। वो नेता ही क्या जो आसानी से अपने सभी हथियार डाल दे। फिर भारतीय नेता तो जन्मजात कलाकार हैं।
विधायक ने अपनी दाल ना गलती देख शातिर खलनायकों वाला वही पुराना तीर चलाते हुए महिला से राखी बंधवा ली। यानी उसे अपनी बहन मान लिया। भीड का गुस्सा भी शांत हो गया। विधायक के इस नुस्खे का गुंडे-बदमाश बखूबी इस्तेमाल करते हैं। शरीफ दिखने वाले उम्रदराज शख्स भी मौका तलाशते हुए किसी राह चलती युवती को यह सोचकर अपने जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं कि वह चालू किस्म की होगी। अनुमान हर बार तो सही नहीं होता। सजग युवती जब उन कामुकों पर शेरनी की तरह झपटती है और धुनाई के लिए चप्पल अपने हाथ में ले लेती है तो सारी की सारी कामुकता धरी रह जाती है। शालीनता और बुजुर्गियत का नकाब ओढ मिमियाते हुए वे यह कहने लगते हैं कि तुम तो मेरी बेटी जैसी हो। बहन के समान हो। हाथ जोडकर माफी मांगता हूं। मुझसे अनजाने में बहुत बडी भूल हो गई। अब कभी ऐसी गलती नहीं होगी...। यह हमारी ही दुनिया का काला सच है कि जहां पर कुछ बहन-बेटियों की अस्मत उनके सगे भाई और पिता तक लूट लेते हैं। घर की इज्जत का तमाशा न बने इसलिए किसी शोर और विरोध का स्वर नहीं उभरता। जहां असली रिश्ते अपनी मौत मर रहे हों वहां नकली रिश्तों की क्या औकात और कैसा मोल!
साक्षी महाराज का नाम तो मेरे पाठक मित्रों ने अवश्य सुना होगा। उन्नाव से भाजपा के सांसद हैं। भगवाधारी हैं। चुनाव में विजयी होने के बाद यह भगवाधारी बलात्कार के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जेल में जाकर ऐसे मिले जैसे वर्षों से बिछडे भाई से मिले हों। उनका यह मिलन जब 'तूफानी खबर' बना तो उन्होंने स्पष्टीकरण दिया कि विधायक ने चुनाव में उनकी मदद की थी इसलिए वे उनका शुक्रिया अदा करने गये थे।
देश की राजधानी दिल्ली में पुलिस ने एक ऐसे नाबालिग को धर दबोचा जो अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह बनना चाहता था। उसकी चाहत थी कि अपराध जगत में उसका ऐसा डंका बजे कि जहां से वह गुजरे लोग खौफजदा होकर सिर झुका लें। इसके लिए उसने बडा ही अनोखा रास्ता चुना। वह लूटपाट, हत्या, मारपीट को अंजाम देते समय अपने दोस्तों से वीडियो बनवाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर देता था। कुछ ही महीनों में पचासों अपराधों को अंजाम देने वाले इस नाबालिग ने एक महिला से रंगदारी मांगी और नहीं देने पर उसके बेटों के सामने ही उसकी हत्या कर दी। लोगों में दहशत पैदा करने के लिए जहां-तहां पिस्तौल से फायरिंग करने में उसे बडा मज़ा आता था। दिल्ली का डॉन बनने के लिए वह कोई भी अपराध करने से नहीं घबराता था। अपराध कथाओं वाले टीवी सीरियल उसे काफी भाते और लुभाते हैं। विवादास्पद नेताओं के बारे में भी जानने और पढने को उत्सुक रहता है यह अनोखा नृशंस अपराधी...। यह अपराधी यदि पुलिस की पकड में न आता तो उसका कहर पता नहीं कितनी लूटपाट की वारदातें कर गुजरता और जानें ले लेता। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो उसके पास से पिस्तौल और कारतूस बरामद किए गए।

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