Thursday, January 21, 2021

कैलासा

    महानगरों और शहरों के होटलों में कुछ मुसाफिर सिर्फ ठहरते ही नहीं और भी बहुत कुछ करते हैं। देह की भूख मिटाने वालों के लिए होटल और लॉज बेहद सुरक्षित ठिकाने हैं। जो देह सुख खुलकर घर में नहीं भोगा जा सकता वो लॉज और होटलों के बंद कमरों में खोजा और भोगा जाता है। अब तो छोटे-छोटे गांव और सुनसान इलाकों में भी ऐसे होटल और विश्रामगृह खुल गये हैं, जहां प्रेमी युगल कुछ घण्टे के लिए जाते हैं और नये-नये तरीकों से 'मिलन समारोह' मनाते हैं। ऐसे ही एक होटल में नागपुर के उस युवक-युवती ने दिन-दहाडे कमरा बुक कराया और उसमें बंद हो गये। युवक इंजीनियर होने के बावजूद बेरोजगार था और युवती नागपुर की किसी निजी कंपनी में नौकरी बजाती है। सुनसान इलाके में स्थित महाराजा लॉज के कमरे में पहले तो दोनों ने मोबाइल पर जी-भरकर पोर्न क्लिप देखीं फिर उसी की तर्ज पर सेक्स करने की ठानी। युवक कुर्सी पर बैठ गया। युवती ने उसके दोनों हाथ व पैर बांध दिये। चरम आनंद और रोमांच के लिए गले में रस्सी का फंदा भी डाल दिया। फिर दोनों पोर्न क्लिप के नायक-नायिका की तरह मदमस्त होकर 'जिस्म क्रीडा' में लीन हो गये। परम संतुष्टि के पश्चात युवती युवक को बंधन मुक्त करने की बजाय बाथरूम चली गई। इधर रस्सी की जकडन से आजाद होने को बेचैन युवक का संतुलन कुछ ऐसा बिग‹डा कि वह नीचे गिर गया और गले में फांसी लगने से उसकी मौत हो गई। अप्राकृतिक सेक्स की शौकीन वासना की गुड़िया के बाथरूम से बाहर आते-आते तक उसके हमख्याल साथी गुड्डे के प्राण पखेरू उड चुके थे।
हिन्दुस्तान से हजारों मील दूर है कजाखिस्तान। यहां पर यूरी तोलोखो का घर है। यूरी एक जाना-माना बॉडी बिल्डर है। बलशाली यूरी को एक रबड की गुड़िया ने अपने वश में कर रखा है। यूरी ने उससे शादी भी रचा ली है। यूरी को चौबीस घण्टे सेक्स की भूख सताती रहती है। कोई भी जीती-जागती स्त्री उसकी इच्छा की पूर्ति नहीं कर सकती। इसलिए उसने सेक्स डॉल को अपनी जीवनसाथी बना लिया है। रब‹ड की यह बेजुबान गुड़िया यूरी की हर सेक्स इच्छा की पूर्ति करती है। विदेशों में ऐसी सेक्स डॉल काफी पसंद की जा रही हैं। यहां तक कि उनके वेश्यालय भी खुल रहे हैं।
    सूरत के साडी तथा हीरा कारोबारी अमृत भाई ने जवानी की दहलीज पर पूरी तरह से कदम रखा भी नहीं था कि उन्होंने लाल और पीली पन्नियों में लिपटी वो पतली किताबें पढनी प्रारंभ कर दी थीं, जिनमें अश्लील कहानियों की भरमार होती है। अमृत भाई की उम्र के और भी बहुत से लडके घरवालों से बच-बचाकर 'कामसूत्र' का पाठ पढाने वाली इन उत्तेजक किताबों को बडे चाव से पढते थे। नितांत एकांत में पढी जाने वाली घटिया कागज वाली यह किताबें वासना की आंधी में भटकती लडकियों और औरतों को भी आकर्षित करती थीं। उन्हें इन किताबों को दुकानों पर खरीदने के लिए नहीं जाना पडता था। उनके चाहनेवाले उन्हें ऐसी 'ज्ञानवर्धक' किताबें भेंट स्वरूप देते रहते थे। अमृत भाई की जब शादी हो गई तब भी उनके बिस्तर के तकिये के नीचे मस्तराम की कोई न कोई किताब जरूर रखी रहती थी। पत्नी अपने पति के पागलपन पर तब अचंभित होती जब पति उसे भी 'कामसूत्र', 'अंगडाई', 'खुला तमाशा' जैसी अश्लील पत्रिकाओं को पढने के लिए उकसाता। भद्दे शब्दों की भरमार वाली इन किताबों ने पढने वालों को अपना गुलाम बना लेने की अद्भुत ताकत थी। पढने वाला पढते-पढते उत्तेजित हो जाता। अमृत भाई का इनसे नाता तब टूटा जब फिल्मों में अश्लीलता की भरमार हो गई। ब्ल्यू फिल्मों का अनंत दौर चल पडा। अमृत भाई की पत्नी ने उसे कई बार समझाया कि बाल-बच्चों वाले हो गये हो, अब तो सुधर जाओ। इधर-उधर मुंह मारने से बाज आओ। अब तो 'मस्तराम' से मुक्ति पाओ।
    लेकिन, अमृत भाई के जीवन का आज भी एक ही मूल मंत्र है भोग, भोग और सिर्फ भोग। पत्नी तो घर की मुर्गी है। उसे तो कभी भी हलाल किया जा सकता है। असली मज़ा तो बाहर के चटपटे स्वादों में है। इस चक्कर में इज्जत जाती है तो जाए। तिजोरी पर डाका पडने से भी कोई फर्क नहीं पडता। बाहर वाली चाहिए तो चाहिए। आखिर वह है तो उस स्वामी नित्यानंद का ही चेला, जिसका कहना है कि दुनिया में आये हो तो खूब मौजमस्ती कर लो। फिर अब तो पोर्न फिल्मों का ज़माना है। जेब में रहने वाले मोबाइल में ही एक से एक थ्री एक्स, फोर एक्स मूवी भरी पडी हैं। अमृत भाई का जब मन होता है तभी किसी कामुक फिल्म में खो जाते हैं। जब मन चाहता है, तब वाट्सएप और फेसबुक पर जानी-अनजानी युवतियों से गर्मागर्म बातें करने लगते हैं। मोबाइल की स्क्रीन पर एक से बढकर एक कातिल खूबसूरती का दीदार कर बीस साल के जवान की तरह मचलने लगते हैं।
    बीते हफ्ते अधेड अमृत भाई अपने आलीशान बंगले के बेडरूम में अकेले शराब की चुसकियां लेते हुए एक पच्चीस साल की चंचल खूबसूरत युवती से वीडियो कॉल पर कामुक बातचीत करने में तल्लीन थे। युवती भी नशे में धुत थी। उत्तेजक बातें करते-करते युवती ने एकाएक अमृत भाई को अपने कपडे उतारने का आग्रह किया। अमृत भाई के लिए यह कोई नई बात नहीं थी। वह तो पहले भी कई बार बेलिबास हो चुका था और युवतियों के मादक शरीर के अंग-अंग के दर्शन कर उत्तेजना के शिखर पर पहुंचकर आनंदित हो चुका था। इधर अमृत भाई अपने जिस्म से वस्त्रों को जुदा कर रहा था, उधर युवती आग लगा देने वाले अंदाज से नग्न हो रही थी। यह दृष्य मोबाइल की स्क्रीन को भी जला और तपा रहा था। दोनों एक-दूसरे के अंग-प्रत्यंग की तारीफ में जमीन-आसमान एक करने में लगे थे कि तभी एकाएक कॉल डिसकनेक्ट हो गई। अपने कमरे के सेक्सी अंधेरे में अमृत भाई और कुछ सोच पाते तभी उनके मोबाइल फोन पर एक नोटिफिकेशन चमका। इन बॉक्स में एक वीडियो था और साथ में मैसेज भी, जिसमें वीडियो को ध्यान से देखने के लिए कहा गया था। हडबडाये अमृत भाई ने तेजी से वीडियो को क्लिक किया। जैसे ही वीडियो प्ले हुआ तो अमृत के पैरोंतले की जमीन खिसक गई। वीडियो में वही सब कुछ था जो थोडी देर पहले युवती और उसने किया था। अपनी नग्न तस्वीर का दीदार कर अभी अमृत भाई संभले भी नहीं थे कि मोबाइल पर फिर एक नोटिफिकेशन ने दस्तक दी। मैसेज खोला तो उसमें लिखा था, तुम्हारी नग्न कारस्तानी पर परदा डालने की कीमत है पांच करोड। हमें पता है यह रकम तुम्हारे लिए कोई मायने नहीं रखती। इसलिए इसे शुुरूआत समझो। तुरंत नीचे दिए नंबर पर पांच करोड भेजो, नहीं तो कहीं के नहीं रहोगे। अमृत भाई का समाज में मान-सम्मान है। रिश्तेदार और यार-दोस्त भी कदर करते हैं। अमृत भाई ने अपना असली रूप छुपाये रखने के लिए पांच करोड देने में देरी नहीं की। सेक्सटार्शन के खिलाड़ियों का हौसला बढ गया। चंद महीनों में उन्होंने अमृत भाई से पचास करोड और वसूल लिए।
    अमृत भाई को पुलिस की शरण में जाना समय की बर्बादी लगता है। उन्हें तो अब अपना देश ही बेगाना लगने लगा है, जहां हसीनाएं भी विभिन्न तरीकों से ठगी और लूटमारी करने लगी हैं। कोई भी औरत भरोसे के काबिल नहीं रही। इसलिए अब उन्होंने अपने गुरू नित्यानंद की बसायी नयी दुनिया 'कैलासा' में जाकर रहने की ठान ली है।
    धूर्त प्रवचनकार आसाराम, देहभोगी रामरहीम की तरह लाखों लोगों की धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड करनेवाला नित्यानंद उर्फ राजशेखरन तब धमाकेदार चर्चा में आया जब सन टीवी पर उसका सेक्स टेप टेलीकास्ट हुआ था। इसमें वह एक दक्षिण भारतीय फिल्म अभिनेत्री के साथ भोग विलास में लीन था। नित्यानंद का कहना था कि वीडियो में छेडछाड की गई है। हालांकि बाद में जांच में स्पष्ट हो गया था कि वीडियो एकदम असली है। तब नित्यानंद ने छाती तान कर कहा था कि वह तो 'नामर्द' है और इस नामर्द ने पांच दिन तक फरार रहने के बाद आत्मसमर्पण कर दिया था। जमानत मिलने के पश्चात जब उसने देखा कि उसका भी दुराचारी आसाराम और रामरहीम जैसा हश्र होना तय है तो वह रातोंरात देश से भाग खडा हुआ। इस भगौडे ने अब दक्षिण अमेरिका महाद्वीप में कैलासा नाम का अपना ही एक देश बसा लिया है। जहां पर वह अपने भक्तों के साथ बेखौफ होकर रह रहा है। सोशल मीडिया पर धडाधड उसके प्रवचन भाषण चल रहे हैं। अपनी कई अनुयायी महिलाओं की इज्ज़त को तार-तार कर चुके तामिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में जन्मे कपटी, झूठे नित्यानंद का बसाया कैलासा अमृत भाई जैसे वासना के भूखों को बेहद आकर्षित कर रहा है। दरअसल, ये वो लोग हैं, जो धोखों से कभी सबक नहीं लेते। मोहक फांसी के फंदों के कारोबारी इन्हें तरह-तरह से लुभाते हैं और ये तो बस खिंचे चले जाते हैं...।

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