Thursday, October 24, 2024

कैसे-कैसे बेवकूफ

    पिछले दिनों फिर कुछ ऐसी  खबरें अखबारों में छपीं जिनसे  समझदारों की बेवकूफी,  अंधश्रद्धा तथा नालायकी का पता चला। धूर्तों, ठगों, चोर-उचक्कों का तो पेशा ही है, बेवकूफ  बना कर लूट-पाट करना। उनको कसूरवार ठहराना अपनी जगह है। लेकिन उनकी जालसाजियों के बारे में विभिन्न अखबार और न्यूज चैनल बार-बार छापते और बताते ही इसलिए हैं कि लोग सतर्क रहें। लेकिन फिर भी जो लोग अंधे -बहरे बने रहते हैं, क्या  वे दया और सहानुभूति के पात्र हैं?

    कानपुर में एक ठग दम्पति  को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। राजीव दुबे और उसकी पत्नी रश्मि  दुबे  ने  धड़ल्ले से प्रचार-प्रसार किया कि उन्होंने  इजराइल  से करोड़ों रुपए की एक ऐसी चमत्कारी अद्भुत मशीन मंगवाई   है जिससे बूढ़ों को जवान किया जा सकता है। उनके इस दावे की विज्ञापनबाजी से आकर्षित  होकर जवानी फिर से पाने के इच्छुकों की भीड़ लग गई। दम्पति ने  लोगों को अपने मायावी जाल में फंसाने के लिए वैसे ही कई तरह की मायावी स्कीमें लांच कीं जैसे अधिकांश कपटी नेटवर्क मार्केटिंग वाले करते हैं। टार्गेट पूरा करने पर युवक-युवतियों को हजारों-लाखों की कमाई के आश्वासन के साथ-साथ आकर्षक, महंगी गिफ्ट का भी लालच दिया। लगभग पांच सौ लोगों को  बेवकूफ बना कर 35 करोड़ रुपए विभिन्न शौकीनों से ऐंठ चुकी इस पति-पत्नी की शातिर जोड़ी का भांडा तब फूटा जब एक 64 साल के बुजुर्ग ने पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज  करवाई। उसने बताया कि मुझे इजराइली मशीन की ऑक्सीजन थेरेपी के जरिए 25 साल का  हट्टा-कट्टा जवान बनाने की गारंटी दी गई  थी। मैंने दम्पति  की मीठी-मीठी बातों पर भरोसा कर मुंह  मांगी रकम  देने में देरी नहीं की। मुझे यह भी बताया गया था की अपने देश  के प्रधानमंत्री भी इसी चमत्कारी मशीन की बदौलत सत्तर पार के होने के बावजूद एकदम चुस्त-दुरुस्त हालत में देश की बागडोर अच्छी तरह संभाले हुए  हैं। उनके विरोधी लाख सिर पटकने पर भी महाबली अंगद की तरह पांव जमाये माननीय  नरेंद्र मोदी को मात नहीं दे पा रहे हैं। बूढ़ों  को टकाटक जवान बनाने के नाम  पर करोड़ों  की ठगी करने  वाली बंटी-बबली की यह जोड़ी जिस मशीन को इजराइल  से मंगाये जाने का दावा कर  रही थी, दरअसल वह किसी कबाड़ी से खरीदी मशीन ही थी जिसे मोडिफाइड करने आकर्षक ढंग से चमकाया-बनाया गया था। बुढ़ापे में जवान बनने की लालसा रखने वाले पचासों लोगों ने पुलिस थाने में अपना दुखड़ा रोया है कि हमें जवानी तो नहीं मिली, कम अज कम हमारी खून-पसीने की कमाई तो वापस दिलवा दो।

    महानगर की एक आधुनिक विचारों वाली युवती की फेसबुक  पर किसी अजनबी लड़के से दोस्ती हो गई। लड़का कुछ ज्यादा ही हैंडसम था। युवती खूबसूरत तो नहीं थी लेकिन दिखने में ठीक-ठाक थी। सरकारी नौकरी में होने के कारण धन की भी कोई कमी नहीं थी। एक-दूसरे के मोबाइल नंबर के आदान-प्रदान के बाद उनमें पहले  प्यार- मोहब्बत की गुफ्तगू का अच्छा-खासा सिलसिला चला, फिर एकांत  में दोनों मिलने-मिलाने लगे। इस दौरान शारीरिक जुड़ाव भी हो गया। मौज-मस्ती के नशीले पलों में लड़के ने किसी न किसी बहाने पैसों की मांग करनी प्रारम्भ कर दी। उसके मोहजाल में पूरी तरह से कैद युवती उसकी हर मांग खुशी-खुशी पूर्ण करती रही। इस दौरान वह गर्भवती हो गई। उम्र में युवती से आठ साल छोटा लड़का तब तक शादी करने का झांसा देकर सात  लाख रुपए ऐंठ चुका था। जिस दिन युवती ने अपने प्रेमी को बताया कि उनका अबाध मिलन रंग ला चुका है, वह मां बनने वाली है तो अगले दिन से लड़का ऐसे गायब हुआ  जैसे गधे के सिर से सींग। धन और तन से लूट-पुटी गर्भवती युवती वकीलों तथा थानों के चक्कर लगाते हुए बलात्कारी को (?) किसी भी तरह से दबोच कर हथकड़ियां लगाने की गुहार लगा रही है। अखबार वाले भी उसे पीड़िता, दुखियारी दर्शाते हुए उस पर सहानुभूति की बरसात  करते नहीं थक रहे हैं। 

    मुंबई निवासी शारदा के नागपुर में रहने वाले छोटे भाई की किडनी खराब हो गई थी। बीमार भाई ने बिस्तर पकड़ लिया। भाई की आर्थिक स्थिति भी कमजोर थी। ऐसे में हर तरह से सक्षम बहन ने भाई की सहायता और देखभाल करनी प्रारम्भ कर दी। बहन की बस यही तमन्ना थी कि भाई किसी भी तरह से फिर से पूरी तरह से भला चंगा हो जाए। एक शाम उदास-उदास  चेहरे के साथ अस्पताल  में बिस्तर  पर पड़े भाई को वह निहार रही थी तभी एक शख्स ने उसके करीब आकर कहा कि, वह तुरंत किडनी का इंतजाम कर सकता है, इसके लिए पांच लाख रुपए देने होंगे। शारदा को वह अजनबी किसी देवदूत सा लगा। उसने बिना कुछ सोचे हां कर दी और कुछ ही घंटों में पांच लाख उसे थमा भी दिए। उस शख्स ने तीन-चार  दिन के भीतर किडनी उपलब्ध करवाने के आश्वासन के साथ अपना कार्ड  दिया और चल दिया। कुछ दिन तक वह अस्पताल में मिलने के लिए  आता रहा। फिर उसने आना बंद कर दिया। इस बीच अचानक भाई की ऐसी तबीयत  बिगड़ी कि डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए। गमगीन बहन अपने पांच लाख पाने के लिए थाने के चक्कर काट रही है। ठग का कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस एक पढ़ी-लिखी महिला की बेवकूफी पर हैरान है...।

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