Thursday, August 3, 2023

तमाशा...!

    यह खबरें अब गुस्सा दिलाने लगी हैं। जहां आदतन दुराचारियों पर क्रोध आता है, वहीं इनका शिकार होने वाली महिलाओं से भी अब पहले-सी सहानुभूति नहीं होती। जैसे अस्मत के लुटेरे कसूरवार हैं, वैसे ही यह भी दोषी हैं। नागपुर में एक युवक से शारीरिक संबंध की वजह से सोलह वर्षीय छात्रा गर्भवती हो गई। दोनों की पहले से जान-पहचान थी। युवक ने उसे शहर से दूर कहीं घुमाने का प्रलोभन दिया तो छात्रा फौरन तैयार हो गई। घूमते-घुमाते शारीरिक संबंध बन गए। फिर सिलसिला चल पड़ा। कुछ हफ्तों के बाद अचानक छात्रा के पेट में दर्द हुआ तो मां ने डॉक्टर के पास ले जाकर जांच करवायी तो बेटी के गर्भवती होने का पता चला। छात्रा ने खुद को भोली-भाली प्रदर्शित करते हुए कहा कि उसने शादी का वादा किया था। उसे ज़रा भी अंदेशा नहीं था कि उसकी नीयत में खोट है। 

    महाराष्ट्र के ही सुसंस्कृत कहे जाने वाले शहर पुणे में कर्जदार की पत्नी बलात्कार की शिकार हो गई। पीड़ित महिला के पति ने साहूकार से कर्ज ले रखा था। जब कर्ज का निर्धारित समय पर भुगतान नहीं हुआ तो साहूकार ने पहले तो उसके पति को धमकाया और फिर बाद में पति की ही मौजूदगी में बलात्कार कर अपना सीना चौड़ा करने के साथ-साथ बलात्कार के अश्लील दृष्यों को अपने मोबाइल में भी कैद कर लिया। दरिंदे, बेखौफ बलात्कारी ने बाद में वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कानून को भी चुनौती दे दी कि, जो करना है, कर लो। मैंने तो अपनी मनमानी कर ली। कर्जदाता को सबक सिखा दिया और अपनी हवस की आग भी बुझा ली। इसी तरह से नागपुर के निकट स्थित एक ग्राम में एक चचेरे भाई ने अपनी बहन को गर्भवती बना कर रिश्तेदारी का कर्ज वसूल लिया। मां को जब अपनी नाबालिग बेटी के गर्भधारण करने का पता चला तो उसके पैरोंतले जमीन ही खिसक गई। ऐसी कितनी खबरें हैं, जो इंसान के हैवान बनने का जीवंत दस्तावेज हैं। यह शर्मनाक हकीकत तो किसी से छिपी नहीं कि अपनी मनमानी करने वाले बेरहम पुरुष महिलाओं के मुख से हमेशा हां ही सुनना चाहते हैं। ना सुनना उन्हें कतई गवारा नहीं। काम वासना के दलदल में डूबे पुरुषों के आतंक, अहंकार, व्याभिचार का सबसे आसान शिकार बन रही हैं नारियां। इनमें भोली-भाली नाबालिग लड़कियों का भी समावेश है। राजधानी दिल्ली में अभी हाल ही में पॉश इलाके मालवीय नगर में पच्चीस वर्षीय कॉलेज की एक छात्रा का दिनदहाड़े कत्ल कर दिया गया। कातिल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि वह उस युवती को दिलोजान से चाहता था। उसने उससे शादी करने का भी मन बना लिया था, लेकिन उसके परिवार ने मना कर दिया। इसके बाद युवती भी उससे मिलने से कतराने लगी थी। युवती के इनकार ने उसे बहुत चोट पहुंचायी। उसकी रातों की नींद उड़ गयी। इसी गुस्से और निराशा में उसने लोहे की रॉड से उसकी हत्या कर दी। ऐसी हत्याओं के बारे में पढ़ने और सुनने के बाद अधिकांश लोगों ने भले ही अपनी प्रतिक्रिया देनी बंद कर दी है, लेकिन बदमाशों से परेशान औरतों के सब्र का बांध टूटने लगा है। उनका कानून पर भी भरोसा नहीं रहा। अब महिलाएं अपराधी को सबक सिखाने के लिए अपने तरीके अपनाने लगी हैं। कुछ वर्ष पूर्व नागपुर में पचासों महिलाओं ने मिलकर अक्कु नामक गुंडे की भरी अदालत में हत्या कर दी थी और कानून अवाक देखता रह गया था। उसके बाद भी संतरानगरी की हैरान-परेशान महिलाओं ने एकजुट होकर कुछ बदमाशों को अपने-अपने अंदाज में टपका कर दूसरे हवस के भूखों की नींद उड़ायी और उन्हें चेताया कि अभी भी वक्त है, सुधर जाओ...। अभी हाल ही में नागपुर के निकट स्थित बेला थाने के चिखलापार में सुनील नामक गुंडे को महिलाओं ने मार गिराया। आती-जाती महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें करने वाला यह नशेड़ी बदमाश अक्कु की तरह किसी के भी घर में घुस जाता था और परिवार की लड़कियों तथा महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने पर उतर आता था। विरोध करने पर घर में रखे सामान की तोड़-फोड़ कर दहशत फैलाने लगता था। उसके खिलाफ की जाने वाली शिकायतों पर खाकी वर्दी वाले भी ज्यादा ध्यान नहीं देते थे। बेखौफ हाथ में चाकू लेकर घूमने वाले सुनील से मुक्ति पाने के लिए महिलाओं ने अंतत: वही रास्ता चुना, जो अक्कु ‘कांड’ के लिए आजमाया था। बेकाबू गुंडे की हत्या कर महिलाओं ने गलत किया या सही यह आप तय करें। मैं यह लिखकर छुटकारा नहीं पाना चाहता कि किसी की हत्या करना अक्षम्य अपराध है। उन गुनहगारों और गुनाहों का क्या जो कड़े कानूनों को अपनी जूती से रौंदते चले आ रहे हैं, जिनकी वजह से देश की मासूम बच्चियां तक बलात्कारों से लहुलूहान हो रही हैं। एक सवाल और भी कि हमारी और आपकी चुप्पी कहीं न कहीं दुराचारियों और भावी बलात्कारियों का मनोबल तो नहीं बढ़ा रही? इंटरनेट के इस जमाने में तो हम कितने बेरहम हो गये हैं, उसकी साक्षी है कल के अखबार में छपी यह खबर : ‘दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में एक महिला अपने फ्लैट की बालकनी पर खड़ी थी इसी दौरान वो बिजली के हाईटेंशन तार की चपेट में आ गई। करंट लगते ही महिला के शरीर में आग लग गई। महिला जलती रही, लेकिन लोग उसे बचाने की बजाय बस धड़ाधड़ वीडियो बनाते रहे।’ जहां जीते-जागते इंसानों की दिल दहलाने वाली मौत महज तमाशा हो वहां औरतों की जबरन करायी गई नग्न परेड उनके लिए मनोरंजन के दिलकश नज़ारे के अलावा और कुछ नहीं...।

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