Thursday, March 2, 2017

आदमी के अंदर का जानवर

नशे के नर्क के हवाले होने के बाद इंसान को हैवान बनने में देरी नहीं लगती। अधिकांश दुर्घटनाएं और संगीन अपराध अंधाधुंध नशे की ही देन होते हैं। इसके चंगुल में फंसने के बाद संत भी अपनी मर्यादा भूल जाते हैं। इस सच से वाकिफ होने के बाद भी जानबूझकर कुएं में गिरने और अपना वर्तमान और भविष्य तबाह करने वालों की श्रृंखला टूटने का नाम ही नहीं ले रही है। राजधानी दिल्ली में एक शराबी पति की कमीनगी सामने आयी। यह नराधम अपनी शराब की लत को पूरा करने के लिए पत्नी का ही सौदा कर पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते को कलंकित करता चला आ रहा था। २४ फरवरी २०१७ को राजधानी के विभिन्न समाचार पत्रों में छपी खबर के मुताबिक करीब दस वर्ष पूर्व पीडिता की शादी रमेश सिंह नामक एक शख्स से हुई थी। वह खुद की एक फैक्टरी चलाता था। जो करीब तीन वर्ष पूर्व उसकी शराब की लत के चलते बंद हो गई। अगर वह कर्मठ होता तो अपनी फैक्टरी को फिर से चलाने में अपनी पूरी ताकत लगा देता। लेकिन उसे तो हरामखोरी और शराबखोरी की शरण में जाने में ही अपनी भलाई नज़र आई। उसने खुद को इतना गिराया कि शराब की लत को पूरा करने के लिए अपनी पत्नी से उसकी मर्जी के खिलाफ धंधा कराना शुरू कर दिया। वह अपने दोस्तों को घर लाता, उनसे शराब के लिए पांच-सात सौ रुपये लेता और जबरन अपनी पत्नी से संबंध बनवाता था। पीडिता ने यह भी बताया कि रमेश के दोनों भाई भी उसके साथ करीब पांच वर्षों से जबरन संबंध बना रहे थे। उसने अपनी सास व जेठानी को भी इस दरिंदगी से अवगत कराया, लेकिन उन्होंने भी चुप्पी साधे रखी। पीडिता को जब पति जबरन दोस्तों के पास कमरे में भेजता था तो उसका बेटा बाहर बैठा रोता रहता था। उसने सुबकते हुए बताया कि सिर्फ बेटा ही उसकी पीडा को समझता था। घर के बाकी सभी सदस्य पति का ही साथ देते थे। चौंकाने वाला एक सच यह भी है कि वर्षों तक हैवानियत का शिकार होने वाली इस महिला ने इस बीच कई बार पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवायी, लेकिन पुलिस निष्क्रिय ही बनी रही। आखिरकार जब उसने आला अधिकारियों तक अपनी फरियाद पहुंचायी तब कहीं जाकर पुलिस को सक्रियता दिखानी ही पडी।
अभिनेत्रियों को फिल्मी पर्दे पर देखने के बाद कुछ लोग उनको पाने के लिए मचलने लगते हैं। कई दर्शक ऐसे भी होते हैं जो अभिनेत्री के फिल्मों में निभाये गए किरदार को उनके जीवन का असली सच मानने लगते हैं। फिल्मी पर्दे पर जब अभिनेत्री उन्हें अर्धनग्न लिबास में दिखती हैं या फिर वह वेश्या का रोल निभाती है तो अक्सर वे यह मान लेते हैं कि अभिनेत्री चरित्रहीन ही होगी। फिल्मी नायिकाओं के साथ भीड-भाड में छेडछाड की खबरें अक्सर आती रहती हैं। बीते सप्ताह एक मलयाली अभिनेत्री को ऐसे ही मनचलों का शिकार होना पडा। युवा अभिनेत्री स्टुडियो से लौट रही थी। फिल्म की शूटिंग में घंटो पसीना बहाने के बाद वह इस कदर थक चुकी थी कि उसे घर जाकर आराम करने की जल्दी थी। कार सरपट सडक पर दौडी जा रही थी। अचानक घात लगाए बैठे चार लोगों ने बडी चालाकी से कार को रूकवाया। ड्राइवर और अभिनेत्री के कुछ समझने से पहले ही चारों कार में जबरन घुस गए और चलती कार में ही अभिनेत्री के साथ दुराचार करने में लिप्त हो गये। इस दौरान उन्होंने अभिनेत्री से छेडछाड की तस्वीरें उतारने के साथ-साथ विडियो टेप भी बनाया। इसके पीछे उनका मकसद था कि अभिनेत्री कभी भी मुंह न खोलने पाए। लेकिन सजग अभिनेत्री ने थाने पहुंचकर हैवानों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाने में देरी नहीं लगाई। नारियों की अस्मत के लुटेरे सदैव यही मानकर चलते हैं कि महिलाएं अपनी इज्जत लुटने का ढिंढोरा पीटने से घबराती हैं और थाने के चक्करों में पडने से कतराती हैं। अभिनेत्री ने यौन उत्पीडकों की सोच को गलत साबित करते हुए जिस तरह से थाने में शिकायत दर्ज करवायी उससे प्रेरणा ली जानी चाहिए।
कन्नूर जिले के कोत्तियार में एक नाबालिग लडकी के साथ रेप करने और उसे गर्भवती करने के आरोप में एक चर्च के पादरी को गिरफ्तार करने की खबर किसी का भी सिर घुमा सकती है। ४८ वर्षीय फादर रॉबिन मैथ्यू के कुकर्म का पता तब चला जब एक १६ वर्षीय लडकी ने ७ फरवरी २०१७ को एक निजी अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया। एक सूचना के आधार पर पुलिस ने लडकी और उसके अभिभावकों से पूछताछ की। शुरुआत में लडकी के पिता ने पुलिस को बताया कि उसके गर्भवती होने के लिए वह जिम्मेदार है। पुलिस समझ गई कि पिता सच से वाकिफ हैं, लेकिन वह चर्च के फादर की बदनामी नहीं होने देना चाहता। पुलिस ने जब अपना कडा रूख दिखाया तो आखिरकार यह सच सामने आया कि इस जघन्य अपराध के लिए पादरी ही जिम्मेदार है।
कुछ वर्ष पूर्व तक तो बडों के अपराधी होने की खबरें सुनने और पढने को मिलती थीं, लेकिन अब तो नाबालिग भी तरह-तरह का नशा और संगीन अपराध करने लगे हैं। २० फरवरी २०१७ की सुबह दिल्ली के ही एक इलाके में सात और चार साल की उम्र की बच्चियां घर के पास खुले मैदान में शौच करने गई थीं। कुछ देर बाद खून से लथपथ हालत में दोनों घर लौटीं। इन दोनों मासूम बच्चियों से रेप करने के मामले में दो दुराचारी पकड में आए जिसमें एक नाबालिग था। बच्चियों से रेप की वारदात से कुछ मिनट पहले नाबालिग ने अपने पडोस की एक महिला से छेडछाड की थी। उसके बाद उसने और उसके साथी ने नशा किया। इसी दौरान उन्हें बच्चियां शौच के लिए आती दिखीं। दोनों ने डरा-धमकाकर उनपर बलात्कार किया। सात साल की बच्ची के चीखने पर आरोपी ने उसके मुंह पर कई धूंसे भी मारे। इससे उसका चेहरा नीला पड गया। बच्चियों से रेप की वारदात से कुछ मिनट पहले छेडछाड का शिकार हुई महिला ने ही पुलिस को नाबालिग के बारे में बताया तो वह उसे दबोचने में सफल हो पायी। "नशेडी युवक छह साल के बालक को उठाकर ले गया और धारदार हथियारों से गर्दन, हाथ-पैर समेत कई अंग काटने के बाद उन्हें खाने लगा।" यह दिल दहला देने वाली खबर उत्तरप्रदेश के पीलीभीत स्थित गांव अमरीया की है। एक छह साल का बच्चा घर के बाहर खेल रहा था। उसके पिता मजदूरी करने गये हुए थे। सुबह ११ बजे वह अचानक लापता हो गया। परिजन सोचते रहे कि वह बच्चों के साथ खेलकर खुद घर आ जाएगा। दोपहर मुहल्ले की एक महिला ने पडोस के खाली पडे मकान में अपने तीस वर्षीय बेटे को एक बालक के शव से मांस नोंचकर खाते देखा तो उसकी चीख निकल गई। उसने शोर मचाना शुरू कर दिया कि मेरे बेटे ने किसी बच्चे की हत्या कर दी है और उसका मांस खा रहा है। शोर सुनते ही आसपास के लोग दौडकर खाली पडे मकान के अंदर पहुंचे तो वहां का भयावह मंजर देखकर कांप गये। मासूम की गर्दन, हाथ-पैर समेत कई अंग अलग कटे पडे थे। नरभक्षी नशेडी बच्चे के पेट को फाडकर मांस नोंचकर खा रहा था। शव के पास हत्या में इस्तेमाल छुरा बरामद हुआ। हजारों लोग थाने पर पहुंच गए और नरभक्षी को तुरन्त मार डालने की मांग करने लगे। लम्बे समय से नशे के आदी इंसान रूपी इस जानवर के चेहरे पर अपार संतुष्टि की मुस्कराहट तैर रही थी। वारदात के बाद गुस्सायी भीड से बचने के लिए हत्यारे के पूरे परिवार को गांव छोडकर भागने के लिए विवश होना पडा। यह नरभक्षी चरस व स्मैक का धंधा करता था। उसने इस काण्ड से एक दिन पहले ही अपनी मां पर छुरे से हमला किया था।

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